NOT KNOWN FACTUAL STATEMENTS ABOUT AGRA FORT INDIA

Not known Factual Statements About agra fort india

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क्या आगरा का किला शुक्रवार को बंद रहता है?

१८° उत्तर ७८.०२° पूर्व में यमुना नदी के तट पर स्थित है। समुद्र-तल से इसकी औसत ऊँचाई क़रीब १७१ मीटर (५६१ फ़ीट) है। आगरा उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है।

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इसके दो द्वारों को दिल्ली गेट एवं ग्वालियर गेट या दखिनाई दरवाजे कहते हैं ( दखिनाई गेट को अमरसिंह द्वार भी कहा जाता है दखिनाई गेट दक्षिण दिशा में है)।

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उत्तरप्रदेश के आगरा में स्थित आगरा किला अपनी अनूठी वास्तुकला और अद्भुत शिल्पकारी के लिए जाना जाता है। यह किला मुगल साम्राज्य में बनी प्रमुख ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। इसकी अद्धितीय बनावट के कारण इसे यूनेस्कों द्धारा विश्व धरोहर की लिस्ट में भी शामिल किया गया था।

इसमें मयूर सिंहासन या तख़्त-ए-ताऊस स्थापित था इसका प्रयोग आम जनता से बात करने और उनकी फरियाद सुनने के लिये होता था।

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The fort witnessed many sizeable historic occasions, such as the grand coronation ceremonies of Mughal emperors plus the hoisting on the Indian nationwide flag in the independence wrestle.

उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के किनारे बसे आगरा में लाल किला आया हुआ है, जो ताजमहल से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। देखने के लिए इस लाल किला में बहुत कुछ है जिसे यदि शुरुआत से पर्यटक देखना शुरू करेंगे, तो शाम हो जाती है। आगरा का किला सुबह पर्यटकों के लिए खोल दिया जाता है और सूर्यास्त होने के पश्चात इसकी सुरक्षा के लिए सभी गेट बंद कर दिए जाते हैं।

स्मारक स्वरूप दिल्ली गेट, सम्राट का औपचारिक द्वार था, जिसे भारतीय सेना द्वारा (पैराशूट ब्रिगेड) हेतु किले के उत्तरी भाग के लिये छावनी रूप में प्रयोग किया जा रहा है। अतः दिल्ली द्वार जन साधारण हेतु खुला नहीं है। पर्यटक लाहौर द्वार से प्रवेश ले सकते हैं, जिसे कि लाहौर की ओर (अब पाकिस्तान में) मुख होने के कारण ऐसा नाम दिया गया है।

इस आगरा किले में कई महल, गढ़, click here मंदिर, मस्जिद आदि का समावेश है जिनकी जानकारी आपको नीचे पढ़ने को मिलेगी.

वही कुछ इतिहासकारों का कहना है कि यह किला राजपूत वंश  के शासकों के पास था .

The quantity of structures that once had been located inside the fort — palaces, mosques together with other constructions, Together with various gardens — is approximated for being about five hundred, but the main Element of it experienced not survived by now. Very first, Shah Jahan, who became the padishah in 1627, demolished some of the constructions to be able to make way for his white marble palaces (barely one can reproach the one that established The good monument of Taj-Mahal for creating such a decision).

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